Gram Vikas Yojna
चन्द्रभानु गुप्त ग्राम विकास योजना एवं शोध केन्द्र
-: परिचय:-
भारत के उ0प्र0 राज्य के जनपद बाराबंकी के अति पिछडे बनी कोडर ब्लाक की राम सनेही घाट तहसील के गांवों को लेकर ग्राम हथौंधा में चन्द्रभानु गुप्त ग्राम विकास योजना एवं शोध केन्द्र की स्थापना प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्रद्धेय चन्द्रभानु गुप्ता जी द्वारा संस्थापित स्वतंत्र समाज सेवी संस्था भारत सेवा संस्थान, मोतीमहल,2-राणा प्रताप मार्ग,लखनऊ, उ0प्र0, भारत द्वारा वर्ष 1984 में की गयी।
मेम्बर इन्चार्जः- डा0 जे0एन0मिश्र, पूर्व प्रोफेसर एवं हेड, आयुर्वेद संकाय, लखनऊ विश्वविद्यालय।
मुख्यकार्याधिकारीः-श्री उमाश्याम यादव, पूर्व शाखा प्रबन्धक, ग्रामीण बैंक आफ आर्यवर्त।
दूरभाष सं0.9935087433
उद्देश्य- सार्वजनिक पुस्तकालय के माध्यम से संस्था का मूल उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं एंव पुरूषों में पठन-पाठन में रूचि पैदा करना। जिससे वे अपने बच्चों को अधिक से अधिक शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रेरित कर सकें। ग्रामीण अंचल होने के कारण संस्था द्वारा सचल पुस्तकालय की भी व्यवस्था की गयी। जिसके लिए दो सचल पुस्तकालय सहायकों की नियुक्ति की गयी, जो कि गांवो में जाकर महिलाओं को शिक्षा के प्रति जागरूक करते है। पुस्तकों का आदान-प्रदान गृह स्तर पर ही उपलब्ध कराया जाता है।
स्टाफ
पुस्तकालयाध्यक्ष - श्रीमती रचना मिश्रा
पुस्तकालय सहायक - श्री प्रमोद कुमार द्विवेदी
सचल पुस्तकालय सहायक - श्री रमेश कुमार शुक्ला
कु0 पुष्पा देवी
पुस्तकालय संग्रहण
कुल उपलब्ध पुस्तकों की संख्या - 5627
उपलब्ध समाचार पत्रों की संख्या
दैनिक समाचार पत्र ( प्रतिदिन) - 1
रोजगार समाचार पत्र ( साप्ताहिक) - 1
कम्प्यूटर न्यूज ( साप्ताहिक) - 1
कृषि समाचार ( मासिक) - 1
उपलब्ध साप्ताहिक] मासिक] त्रैमासिक पत्रिकाओं की संख्या - 17
संस्था द्वारा प्रति वर्ष गठित पुस्तकालय चयन समिति के माध्यम से पाठको की मांग के अनुसार पुस्तकें व वार्षिक पुस्तक मेले से संस्था निधि से पुस्तको का क्रय अनिवार्य रूप से किया जाता है। व प्रति वर्ष अनुदान स्वरूप राजा राम मोहन राय पुस्तकालय प्रकोष्ठ से भी पुस्तके प्राप्त होती है। पुस्तकालय द्वारा वित्तीय वर्ष 2014&15 तक कुल 409 महिला व 704 पुरूष सदस्य बनाए गए है। जिनमें से प्रति दिन 45-50 पाठको को औसत प्रति दिन पुस्तकालय आता है। 2014-15 में 413 सदस्यों का नवीनीकरण किया गया। 7871 पुनरावृत्ति सहित पुस्तको एवं पत्रिकाओं का निर्गमन किया गया।
पुस्तकालय सदस्यता ग्रहण प्रक्रिया
सदस्य जमानत प्रवेश सदस्यता शुल्क कुल
राशि शुल्क वार्षिक शुल्क
सामान्य सदस्य 50रू 2रू 10रू 62रू
छात्र सदस्य 25रू 2रू 10रू 37रू
नियमः- प्रत्येक वर्ष 10रू शुल्क देकर सदस्यता नवीनीकरण कराना होगा। यदि लगातार तीन वर्षों तक सदस्यता नवीनीकरण नही कराया जाता है तो जमानत धनराशि जब्त कर ली जाएगी।
-: परिचय:-
भारत के उ0प्र0 राज्य के जनपद बाराबंकी के अति पिछडे बनी कोडर ब्लाक की राम सनेही घाट तहसील के गांवों को लेकर ग्राम हथौंधा में चन्द्रभानु गुप्त ग्राम विकास योजना एवं शोध केन्द्र की स्थापना प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्रद्धेय चन्द्रभानु गुप्ता जी द्वारा संस्थापित स्वतंत्र समाज सेवी संस्था भारत सेवा संस्थान, मोतीमहल,2-राणा प्रताप मार्ग,लखनऊ, उ0प्र0, भारत द्वारा वर्ष 1984 में की गयी।
-: प्रशासन:-
मेम्बर इन्चार्जः- डा0 जे0एन0मिश्र, पूर्व प्रोफेसर एवं हेड, आयुर्वेद संकाय, लखनऊ विश्वविद्यालय।
मुख्यकार्याधिकारीः-श्री उमाश्याम यादव, पूर्व शाखा प्रबन्धक, ग्रामीण बैंक आफ आर्यवर्त।
दूरभाष सं0.9935087433
सार्वजनिक पुस्तकालय एंव वाचनालय
उद्देश्य- सार्वजनिक पुस्तकालय के माध्यम से संस्था का मूल उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं एंव पुरूषों में पठन-पाठन में रूचि पैदा करना। जिससे वे अपने बच्चों को अधिक से अधिक शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रेरित कर सकें। ग्रामीण अंचल होने के कारण संस्था द्वारा सचल पुस्तकालय की भी व्यवस्था की गयी। जिसके लिए दो सचल पुस्तकालय सहायकों की नियुक्ति की गयी, जो कि गांवो में जाकर महिलाओं को शिक्षा के प्रति जागरूक करते है। पुस्तकों का आदान-प्रदान गृह स्तर पर ही उपलब्ध कराया जाता है।
स्टाफ
पुस्तकालयाध्यक्ष - श्रीमती रचना मिश्रा
पुस्तकालय सहायक - श्री प्रमोद कुमार द्विवेदी
सचल पुस्तकालय सहायक - श्री रमेश कुमार शुक्ला
कु0 पुष्पा देवी
पुस्तकालय संग्रहण
कुल उपलब्ध पुस्तकों की संख्या - 5627
उपलब्ध समाचार पत्रों की संख्या
दैनिक समाचार पत्र ( प्रतिदिन) - 1
रोजगार समाचार पत्र ( साप्ताहिक) - 1
कम्प्यूटर न्यूज ( साप्ताहिक) - 1
कृषि समाचार ( मासिक) - 1
उपलब्ध साप्ताहिक] मासिक] त्रैमासिक पत्रिकाओं की संख्या - 17
संस्था द्वारा प्रति वर्ष गठित पुस्तकालय चयन समिति के माध्यम से पाठको की मांग के अनुसार पुस्तकें व वार्षिक पुस्तक मेले से संस्था निधि से पुस्तको का क्रय अनिवार्य रूप से किया जाता है। व प्रति वर्ष अनुदान स्वरूप राजा राम मोहन राय पुस्तकालय प्रकोष्ठ से भी पुस्तके प्राप्त होती है। पुस्तकालय द्वारा वित्तीय वर्ष 2014&15 तक कुल 409 महिला व 704 पुरूष सदस्य बनाए गए है। जिनमें से प्रति दिन 45-50 पाठको को औसत प्रति दिन पुस्तकालय आता है। 2014-15 में 413 सदस्यों का नवीनीकरण किया गया। 7871 पुनरावृत्ति सहित पुस्तको एवं पत्रिकाओं का निर्गमन किया गया।
पुस्तकालय सदस्यता ग्रहण प्रक्रिया
सदस्य जमानत प्रवेश सदस्यता शुल्क कुल
राशि शुल्क वार्षिक शुल्क
सामान्य सदस्य 50रू 2रू 10रू 62रू
छात्र सदस्य 25रू 2रू 10रू 37रू
नियमः- प्रत्येक वर्ष 10रू शुल्क देकर सदस्यता नवीनीकरण कराना होगा। यदि लगातार तीन वर्षों तक सदस्यता नवीनीकरण नही कराया जाता है तो जमानत धनराशि जब्त कर ली जाएगी।