Lajpat Rai Pustkalaya
पुस्तकालय का पूर्ण पताः-
लाला लाजपत राय पुस्तकालय एवं वाचनालय,
06-कैसरबाग, लखनऊ-226001
दूरभाशः-0522-2622747

वर्तमान मेम्बर इंचार्ज-
डा0 फिदा हुसैन अंसारी
लाला लाजपत राय पुस्तकालय एवं वाचनालय,
06-कैसरबाग, लखनऊ-226001
मो0 नं0-9415190415
स्थापना एवं संक्षिप्त परिचय
भारत सेवा संस्थान की इकाई लाला लाजपतराय पुस्तकालय एवं वाचनालय का उद्घाटन माननीय श्री विष्वनाथ दास मुख्य मंत्री उड़ीसा राज्य ने दिनांक-17 अगस्त, 1971 सम्वत् 2028 को किया था। जिसकी अध्यक्षता भारत सेवा संस्थान के तत्कालीन अध्यक्ष माननीय श्री चन्द्रभानु गुप्त जी द्वारा की गयी थी। इस पुस्तकालय का उद्देष्य पठन-पाठन की रूचि का अग्रसारित करना है। ताकि विभिन्न विशयों पर पाठक बिना किसी षुल्क के पुस्तकें, समाचार पत्र, पत्रिकाओं का अध्ययन कर सकते हैं। षहर के बीचोबीच स्थित यह पुस्तकालय पाठकों को विभिन्न विशयों के सम्बन्धित ज्ञानार्जन के लिए प्रेरित करता है।
नियमावली
पुस्तकालय खुलने का समय - दोपहर 12ः00 बजे
पुस्तकालय बन्द होने का समय - सायंकाल 07ः00 बजे
अवकाष - साप्ताहिक रविवार,
अन्य - भारत सेवा संस्थान द्वारा घोषित जिसकी सूचना पट्ट (नोटिस बोर्ड) पर लगाई जाती है।
पुस्तकालय में प्रवेष हेतु नियमः- पुस्तकालय के उपयोग के इच्छुक व्यक्ति अपना नाम प्रवेष द्वार पर रखी पंजिका में लिखते हैं जिसका आषय यह होता हे कि वे पुस्तकालय के नियमों का पालन करने का वचन देते हैं। पाठक के प्रवेष हेतु हस्ताक्षर करने के उपरान्त वह समाचार-पत्र, पत्रिकाएं बिना किसी प्रवेष पत्र या षुल्क के पढ़ सकता है। अवकाष प्राप्त तथा वृद्धजनों को बिना परिचय पत्र के भी पुस्तकें निर्गत की जाती हैं।
निःषुल्क सेवाः- यह पुस्तकालय निःषुल्क है, पुस्तकालय में समाचार पत्र, पत्रिकायें एवं पुस्तके देने हेतु कोई भी षुल्क नहीं लिया जाता है। पुस्तकें पढ़ने के लिए छात्रों को अपने महाविद्यालय/विष्वविद्यालय के नवीन सत्र (रनिंग सेषन) का परिचय पत्र प्रस्तुत करना पड़ता है।
पुस्तकालय का उद्देष्य पाठकों में पठन-पाठन की अभिरूचि को बढ़ाना है। इस पुस्तकालय का स्वरूप संदर्भ पुस्तकालय का है। अतः इस पुस्तकालय में पुस्तकें घर ले जाने के लिए निर्गत नहीं की जाती है और न ही उनकी छायाप्रति (फोटो कापी) करायी जाती है।
पुस्तकें निर्गत करने हेतु नियम:- पाठकों के परिचय पत्र पर 02 (दो) पुस्तकें हिन्दी अथवा 02 (दो) पुस्तकें अग्रेजी की पुस्तकालय में बैठकर पढ़ने के लिए दी जाती है। पाठकों द्वारा निर्गत रजिस्टर पर पुस्तक का विवरण स्वयं लिखा जाता है और हस्ताक्षर किया जाता है। पाठक का परिचय पत्र पुस्तक के कार्ड के साथ रख लिया जाता है तथा पुस्तके वापस करने पर परिचय पत्र वापस कर दिया जाता है। पुस्तक वापस करने वाला कर्मचारी पुस्तक क्रमांक को निर्गत रजिस्टर मंे काटकर अपने हस्ताक्षर कर देते हैं। किसी दूसरे के परिचय पत्र पर पुस्तकें निर्गत नहीं की जाती हैं।
पुस्तकें, पत्रिकाएं एवं समाचार पत्र पुस्तकालय खुलने के आधे घण्टे बाद से पुस्तकालय बन्द होने के आधा घण्टे पहले तक निर्गत किये जाते हैं तथा इसकी वापसी पुस्तकालय बन्द होने के पाँच मिनट पहले तक की जाती है।
समाचार पत्र की फाइल एक माह तक रखी जाती है अर्थात् एक माह पुरानी फाइल पाठकों को देखने के लिए उपलब्ध रहती है। प्रतियोगी परीक्षाओं की पत्रिकायें एक वर्श तक सुरक्षित रखी जाती हैं।
इण्टर लाइब्रेरी लोनः- अन्तर पुस्तकालय आदान-प्रदान सेवा (इण्टर लाइबे्ररी लोन) के अन्तर्गत अन्य पुस्तकालयों जिन्हे पुस्तकालयाध्यक्ष उचित समझता है, को 15 (पन्द्रह) दिनों के लिए पुस्तकें निर्गत करता है। इस आषय से कि वह पुस्तकालय भी हमारे पुस्तकालय को आवष्यक पुस्तकें प्रदान करेगा। इस सेवा में संदर्भ पुस्तकें बहुखण्डीय पुस्तकें (मल्टी वाल्यूम) तथा अप्राप्त (रेयर एण्ड आउट आफ पिं्रट) पुस्तकंे निर्गत नहीं की जाती हैं।
पुस्तकालय हेतु षान्तिपूर्ण वातावरणः- पाठकों से पुस्तकालय में स्वच्छता एवं षान्ति व्यवस्था बनाये रखने में पुस्तकालय अधिकारियों एवं कर्मचारियों से सहयोग की अपेक्षा की जाती है। पाठकों का मोबाइल फोन पुस्तकालय में बन्द रहता है। उपरोक्त नियमावली में किसी भी समय सम्वर्धन, संषोधन अथवा निश्कर्शण का अधिकार भारत सेवा संस्थान में महामंत्री के पास सुरक्षित है।
पुस्तकालय में पाठकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए निम्नलिखित समाचार पत्र एवं पत्रिकाएं मगायी जाती हैंः-
समाचार पत्रः-
1. अमर उजाला
2. दैनिक जागरण
3. हिन्दुस्तान
4. जनसत्ता
5. कल्पतरू एक्सप्रेस
6. पंजाब केसरी
7. राश्ट्रीय सहारा
8. द हिन्दू (अंग्रेजी)
9. इक्नोमिक टाइम (अंग्रेजी)
10. द पायनियर (अंग्रेजी)
11. द स्टेट मैन (अंग्रेजी)
12. इण्डियन एक्सप्रेस (अंग्रेजी)
13. द टाइम्स आॅफ इण्डिया
पत्रिकाएंः-
1. प्रतियोगिता दर्पण
2. सिविल सर्विसेज क्रानिकल
3. कम्पटिषन सक्सेज रीविव
4. कम्प्यूटर संचार सूचना
5. क्रिकेट सम्राट
6. इम्पलायमेंट न्यूज
7. फ्रन्ट लाइन
8. इण्डिया टूडे
9. कादम्बिनी
10. निरोगधाम
11. आउट लुक
12. प्रतियोगिता किरण
13. साइन्स रिपोर्ट
14. रोजगार समाचार
15. सरिता
16. योजना
17. स्पोर्ट स्टार
18. विज्ञान प्रगति
19. चम्पक
20. गृह षोभा
21. मेरी सहेली
22. वनिता
23. कुरूक्षेत्र
पुस्तकेंः- लाजपतराय पुस्तकालय 12 कमरों में स्थित है जिसमें पाठकों के पढ़ने के लिए समाचार पत्र कक्ष, पत्रिकाओं को पढ़ने का कक्ष, पुस्तकों को पढ़ने का अलग-अलग कक्ष निर्धारित हैं। साथ ही महिला पाठकों को पढ़ने की अलग कमरों में व्यवस्था की गयी है।
अंग्रेजी तथा हिन्दी पुस्तकें लगभग 22,000 (बाइस हजार) हैं। इन पुस्तकों में सामान्य अध्ययन, महापुरूशों की जीवनी, संदर्भ पुस्तके आदि सम्मिलित हैं।
लाला लाजपत राय पुस्तकालय एवं वाचनालय,
06-कैसरबाग, लखनऊ-226001
दूरभाशः-0522-2622747
वर्तमान मेम्बर इंचार्ज-
डा0 फिदा हुसैन अंसारी
लाला लाजपत राय पुस्तकालय एवं वाचनालय,
06-कैसरबाग, लखनऊ-226001
मो0 नं0-9415190415
स्थापना एवं संक्षिप्त परिचय
भारत सेवा संस्थान की इकाई लाला लाजपतराय पुस्तकालय एवं वाचनालय का उद्घाटन माननीय श्री विष्वनाथ दास मुख्य मंत्री उड़ीसा राज्य ने दिनांक-17 अगस्त, 1971 सम्वत् 2028 को किया था। जिसकी अध्यक्षता भारत सेवा संस्थान के तत्कालीन अध्यक्ष माननीय श्री चन्द्रभानु गुप्त जी द्वारा की गयी थी। इस पुस्तकालय का उद्देष्य पठन-पाठन की रूचि का अग्रसारित करना है। ताकि विभिन्न विशयों पर पाठक बिना किसी षुल्क के पुस्तकें, समाचार पत्र, पत्रिकाओं का अध्ययन कर सकते हैं। षहर के बीचोबीच स्थित यह पुस्तकालय पाठकों को विभिन्न विशयों के सम्बन्धित ज्ञानार्जन के लिए प्रेरित करता है।
नियमावली
पुस्तकालय खुलने का समय - दोपहर 12ः00 बजे
पुस्तकालय बन्द होने का समय - सायंकाल 07ः00 बजे
अवकाष - साप्ताहिक रविवार,
अन्य - भारत सेवा संस्थान द्वारा घोषित जिसकी सूचना पट्ट (नोटिस बोर्ड) पर लगाई जाती है।
पुस्तकालय में प्रवेष हेतु नियमः- पुस्तकालय के उपयोग के इच्छुक व्यक्ति अपना नाम प्रवेष द्वार पर रखी पंजिका में लिखते हैं जिसका आषय यह होता हे कि वे पुस्तकालय के नियमों का पालन करने का वचन देते हैं। पाठक के प्रवेष हेतु हस्ताक्षर करने के उपरान्त वह समाचार-पत्र, पत्रिकाएं बिना किसी प्रवेष पत्र या षुल्क के पढ़ सकता है। अवकाष प्राप्त तथा वृद्धजनों को बिना परिचय पत्र के भी पुस्तकें निर्गत की जाती हैं।
निःषुल्क सेवाः- यह पुस्तकालय निःषुल्क है, पुस्तकालय में समाचार पत्र, पत्रिकायें एवं पुस्तके देने हेतु कोई भी षुल्क नहीं लिया जाता है। पुस्तकें पढ़ने के लिए छात्रों को अपने महाविद्यालय/विष्वविद्यालय के नवीन सत्र (रनिंग सेषन) का परिचय पत्र प्रस्तुत करना पड़ता है।
पुस्तकालय का उद्देष्य पाठकों में पठन-पाठन की अभिरूचि को बढ़ाना है। इस पुस्तकालय का स्वरूप संदर्भ पुस्तकालय का है। अतः इस पुस्तकालय में पुस्तकें घर ले जाने के लिए निर्गत नहीं की जाती है और न ही उनकी छायाप्रति (फोटो कापी) करायी जाती है।
पुस्तकें निर्गत करने हेतु नियम:- पाठकों के परिचय पत्र पर 02 (दो) पुस्तकें हिन्दी अथवा 02 (दो) पुस्तकें अग्रेजी की पुस्तकालय में बैठकर पढ़ने के लिए दी जाती है। पाठकों द्वारा निर्गत रजिस्टर पर पुस्तक का विवरण स्वयं लिखा जाता है और हस्ताक्षर किया जाता है। पाठक का परिचय पत्र पुस्तक के कार्ड के साथ रख लिया जाता है तथा पुस्तके वापस करने पर परिचय पत्र वापस कर दिया जाता है। पुस्तक वापस करने वाला कर्मचारी पुस्तक क्रमांक को निर्गत रजिस्टर मंे काटकर अपने हस्ताक्षर कर देते हैं। किसी दूसरे के परिचय पत्र पर पुस्तकें निर्गत नहीं की जाती हैं।
पुस्तकें, पत्रिकाएं एवं समाचार पत्र पुस्तकालय खुलने के आधे घण्टे बाद से पुस्तकालय बन्द होने के आधा घण्टे पहले तक निर्गत किये जाते हैं तथा इसकी वापसी पुस्तकालय बन्द होने के पाँच मिनट पहले तक की जाती है।
समाचार पत्र की फाइल एक माह तक रखी जाती है अर्थात् एक माह पुरानी फाइल पाठकों को देखने के लिए उपलब्ध रहती है। प्रतियोगी परीक्षाओं की पत्रिकायें एक वर्श तक सुरक्षित रखी जाती हैं।
इण्टर लाइब्रेरी लोनः- अन्तर पुस्तकालय आदान-प्रदान सेवा (इण्टर लाइबे्ररी लोन) के अन्तर्गत अन्य पुस्तकालयों जिन्हे पुस्तकालयाध्यक्ष उचित समझता है, को 15 (पन्द्रह) दिनों के लिए पुस्तकें निर्गत करता है। इस आषय से कि वह पुस्तकालय भी हमारे पुस्तकालय को आवष्यक पुस्तकें प्रदान करेगा। इस सेवा में संदर्भ पुस्तकें बहुखण्डीय पुस्तकें (मल्टी वाल्यूम) तथा अप्राप्त (रेयर एण्ड आउट आफ पिं्रट) पुस्तकंे निर्गत नहीं की जाती हैं।
पुस्तकालय हेतु षान्तिपूर्ण वातावरणः- पाठकों से पुस्तकालय में स्वच्छता एवं षान्ति व्यवस्था बनाये रखने में पुस्तकालय अधिकारियों एवं कर्मचारियों से सहयोग की अपेक्षा की जाती है। पाठकों का मोबाइल फोन पुस्तकालय में बन्द रहता है। उपरोक्त नियमावली में किसी भी समय सम्वर्धन, संषोधन अथवा निश्कर्शण का अधिकार भारत सेवा संस्थान में महामंत्री के पास सुरक्षित है।
पुस्तकालय में पाठकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए निम्नलिखित समाचार पत्र एवं पत्रिकाएं मगायी जाती हैंः-
समाचार पत्रः-
1. अमर उजाला
2. दैनिक जागरण
3. हिन्दुस्तान
4. जनसत्ता
5. कल्पतरू एक्सप्रेस
6. पंजाब केसरी
7. राश्ट्रीय सहारा
8. द हिन्दू (अंग्रेजी)
9. इक्नोमिक टाइम (अंग्रेजी)
10. द पायनियर (अंग्रेजी)
11. द स्टेट मैन (अंग्रेजी)
12. इण्डियन एक्सप्रेस (अंग्रेजी)
13. द टाइम्स आॅफ इण्डिया
पत्रिकाएंः-
1. प्रतियोगिता दर्पण
2. सिविल सर्विसेज क्रानिकल
3. कम्पटिषन सक्सेज रीविव
4. कम्प्यूटर संचार सूचना
5. क्रिकेट सम्राट
6. इम्पलायमेंट न्यूज
7. फ्रन्ट लाइन
8. इण्डिया टूडे
9. कादम्बिनी
10. निरोगधाम
11. आउट लुक
12. प्रतियोगिता किरण
13. साइन्स रिपोर्ट
14. रोजगार समाचार
15. सरिता
16. योजना
17. स्पोर्ट स्टार
18. विज्ञान प्रगति
19. चम्पक
20. गृह षोभा
21. मेरी सहेली
22. वनिता
23. कुरूक्षेत्र
पुस्तकेंः- लाजपतराय पुस्तकालय 12 कमरों में स्थित है जिसमें पाठकों के पढ़ने के लिए समाचार पत्र कक्ष, पत्रिकाओं को पढ़ने का कक्ष, पुस्तकों को पढ़ने का अलग-अलग कक्ष निर्धारित हैं। साथ ही महिला पाठकों को पढ़ने की अलग कमरों में व्यवस्था की गयी है।
अंग्रेजी तथा हिन्दी पुस्तकें लगभग 22,000 (बाइस हजार) हैं। इन पुस्तकों में सामान्य अध्ययन, महापुरूशों की जीवनी, संदर्भ पुस्तके आदि सम्मिलित हैं।